सोशल मीडिया एक्टिविटी ने संभाला- मेरा कोरोना वर्ष अनुभव13

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#कोरोना का अनुभव
प्रवीणा जोशी
जय श्री कृष्णा सखियों
मेरे लिए कोरोना का अनुभव बहुत ही अच्छा रहा। लॉकडाउन के उन 2 महीनों में मैंने अपने जीवन को जिस ढंग से जिया है वैसा मैंने शादी के बाद 20 सालों में भी नहीं जिया होगा।क्योंकि उन दिनों में मैंने अपने परिवार के साथ जो समय बिताया है वह मुझे जीवन भर याद रहेगा। 2 महीने ऐसे बीत गए मानो 2 दिन। उन दिनों में मैंने अपने परिवार को उनकी मनपसंद का खाना बनाकर और खिलाया। पतिदेव और बच्चों की नई फरमाइश को पूरा करके जो मेरे मन को आनंद मिला है उसकी कोई सीमा ही नहीं। साथी मेरे ग्रुप की एडमिन प्रवीण जी जोशी के कहे अनुसार मैंने कई एक्टिविटीज करी उसमें भी बहुत आनंद आया वह सारी बातें मेरे जीवन की अविस्मरणीय स्मृतियां बन गई है। लॉकडाउन के दिनों में जो समय मुझे मिला उसने मुझे अपने इस ग्रुप में एक नई पहचान मिली है। कोरोना काल में मैंने हमेशा पॉजिटिविटी के साथ अपने परिवार को समय दिया। हम लोगों ने आपस में इतना एंजॉय किया सारा दिन कब निकल जाता था पता ही नहीं चलता था । उन दिनों में मेरे पतिदेव का बिजनेस भी अच्छा ही रहा। ईश्वर की कृपा से पूरे लॉकडाउन में हमारे शहर में एक भी कोरोना का मरीज नहीं मिला। हालांकि हमने प्रशासन के बताएं सारे निर्देशों का कड़ाई से पालन किया था। कुल मिलाकर लॉक डाउन का समय मेरे लिए बहुत ही अच्छा रहा। इस दौरान मां लटियाल के नवरात्र भी हमने घर में ही सपरिवार मनाया। आज भी लॉकडाउन की बातों को याद करके बहुत अच्छा लगता है। यह मेरे व्यक्तिगत जीवन की कुछ अविस्मरणीय बातें थी जो मैं आज अपनी सखियों से साझा कर रही हो। आशा करती हूं कि आप सभी सखियों का स्वास्थ्य अच्छा होगा और सभी सरकारी निर्देशों का पालन कर रही होगी। इसी मंगल कामना के साथ आप सभी साथियों को मेरा जय श्री कृष्णा।

लेखिका – चन्द्रकला बोहरा