रचनात्मकता से लगाव- मेरा कोरोना वर्ष अनुभव 32

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#कोरोना

मेरा कोरोना अनुभव चंद पँक्तियों में..

यह 2020 मेरे लिये भी कई नये अनुभव लाया है
कोरोना नामक संक्रमण ने बहुत कुछ सिखाया है
शुरु में तो लगता था यह थोङे समय की बिमारी है
पर धीरे धीरे यूँ पता चला यह तो बहुत ही भारी है
अब इसके साथ जीने की आदत हमें डालनी होगी
अपनी लाईफ स्टाईल अब इसमे ही ढालनी होगी
पहले तो परेशानी हुई कामवाली के नही आने से
पता चला कितने अपंंग है यूँ हम काम कर पाने से
पर रफ्ता रफ्ता गाङी रफ्तार अपनी पकङने लगी
अब तो जीवन शैली मेरी खुद से ही अकङने लगी
पतिदेव जो रहते थे अक्सर बाहर ज्यादतर टूर पे
सालों बाद आये हाथ आये क्यूंकि अभी मजबूर थे
बाईस वर्षों की सारी भङास इसमें मैने निकाल ली
घर का काम करवाने की उनकी यूँ आदत डाल ली
टिक टोक पर हम दोनो ने खूब विडियो भी बनाये
कोरोना खतरनाक रहा पर हम नही कभी घबराये
यू ट्यूब का सहारा लेकर किचन को भी महकाया
बच्चों की चटोरी जीभ को उस समय यूँ बहकाया
योगा एक्सरसाईज के भी कई विडियो बना डाले
जिम मेम्बरस मैने ऑनलाइन क्लासेस से संभाले
कुछ छोटे छोटे अरमानो को यूँ हँसी खुशी सजाया
बस कलम को हाथ मेरा यूँ ही आराम नही दे पाया
कुछ एक ऑनलाइन कवि सम्मेलन भी मैंने किये
अपने दबे हुऐ शौक को ऐसे भरपूर मात्रा में जीये
कोरोना मुद्दे ने मुझसे कुछ एक डिबेट भी लिखवाये
तो कभी कुछ अखबार ने मेरेआर्टीकल भी छपवाये
बच्चों संग समय बिताकर दोस्तों को खूब याद किया
कोरोना पिरियड में खूबसूरत पलो को आबाद किया
मस्ती के विडियो बनाये अपनो के संग पल बिताये
कोरोना भला हो तेरा जो हम साथ साथ यूँ जी पाये
माना तुने बदल डाली है हमारी ये दिनचर्या यूँ सारी
पर अब ना कर लाचार हमे तू बढ रही है महामारी

एकता सारडा