आज अमितजी की नजर से दुनिया देखी तो हिट लिस्ट बना ही डालने की तैयारी करने लगा। बाद में देखा तो 99 टास्क के अलावा कुछ और भी दिमाग में आया तो जोड़ दिया। कुछ मेरे से संबद्ध नहीं था सो छोड़ दिया। पलटकर नजर डाली तो लगा कि ये तो टू-मच हो गया।
- अपना ब्लॉग आरंभ किया- कौनसा वाला, खुद के नाम वाला या विषय विशेष का। अब तक बारह ब्लॉग का सदस्य बन चुका हूं। कभी कभी सोचता हूं पता नहीं क्यों लिख मार रहा हूं।
- तारों की छांव में नींद ली- जमकर ली। अब तक तो बीकानेर में संभव है कि तारों की छांव में सोया जा सके। कुछ सालों बाद घर में कैटेलिटिक कन्वर्टर लगा लूंगा और एयरटाइट कमरे में सोउंगा, प्रदूषण से बचने के लिए।
- संगीत बैन्ड में कोई वाद्य यंत्र बजाया- एक बार बजाया, फिर उपस्थित श्रोतागणों ने मुझे बजाया, उसके बाद भूलकर भी कुछ नहीं बजाया।
- अमेरिका के हवाई द्वीपों की सैर करी- उसकी खोज हो चुकी है क्या। यानि अब कुछ भी नहीं बचा है एक्सप्लोरेशन के लिए। यह ख्याल ही मुझे डिप्रेस कर देता है।
- उल्का वर्षा देखी – हां देखी, और हर बार कुछ कुछ होता है स्टाइल में विश मांगी। कुछ पूरी भी हो गई। जैसे कम से कम आज कोई गाली न दे।
- औकात से अधिक दान दिया – किसकी औकात, मेरी या दान लेने वाले की।
- डिज़नीलैन्ड की सैर करी – एम्युजमेंट पार्क के नाम पर एक बार अप्पूघर गया था दिल्ली में, उसकी यादें आज तक ताजा है। माइ फेयर लेडी से उतरने के बाद जी भरकर कै की।
- पर्वत पर चढ़ाई करी – मेरी पत्नी ने की है, कई बार वे रौ में आ जाती हैं तो उनके साथ ही कर लेता हूं। दो चार घण्टे लगते हैं। चाय की चाय और पहाड़ की चढ़ाई मुफ्त।
- प्रेयिंग मैन्टिस (praying mantis) कीड़े को हाथ में पकड़ा – यह टिड्डे, जोंक, हैलीकॉप्टर, सांप, केंचुए, कॉकरोच से अलग होता है क्या।
- सोलो गाना गाया – हें हें हें हें।
- बंजी जंप करी – दिल ने की है शरीर की बाकी है।
- पेरिस गए – इसे भी खोज लिया गया। दुख की बात है।
- समुद्र में बिजली का तूफ़ान देखा – रेत के समुद्र में घटोलिए आते हैं। बिजली बादलों में होती है धोरों में नहीं। सो घटोलिए देखे हैं। बहुत शानदार नजारा होता है।
- कोई कला शुरुआत से अपने आप सीखी – हां, सीखी, ज्योतिष, लोग इसे मूर्ख बनाने की कला कहते हैं।
- किसी बच्चे को गोद (adopt) लिया – एक कुत्ते का बच्चा लिया था, दुख के साथ कहता हूं उसे ढंग से पाल नहीं पाया। अब वो किसी और के पास है और मुझे पहचानने से इनकार करता है।
- कुतुब मीनार को देखा- देखा, वहां लिखे लोगों के प्रेम पत्रों को देखा, वैसे इस इमारत से इतना प्रभावित हुआ कि कुछ लम्बे लोगों को कुतुबमीनार बोल दिया। आज तक उनके संबंध वापस सुधरे नहीं हैं।
- अपने लिए सब्ज़ी उगाई – मैंने तो नहीं मेरी पत्नी ने उगाए, बैंगन, कल ही उसका साग खाया था। अब किचन गार्डन में भिंडी का इंतजार है।
- फ्रांस में मोनालिसा देखी – हां, क्या वो गर्भवती थी ?
- रात के सफ़र में ट्रेन में नींद ली – हां, एक बार, जब सामान लेडीज कपार्टमेंट में था और मैं थर्डक्लास में था, तब।
- तकिए द्वारा लड़ाई की- हां, करता रहा हूं,… तकिया माने?
- सड़क पर किसी अंजान व्यक्ति से लिफ़्ट ली – मांगी पर मिली नहीं।
- स्वस्थ होते हुए भी ऑफिस से बीमारी के लिए छुट्टी ली – अभी अभी छुट्टियों से लौटा हूं। बॉस बहुत नाराज हैं। सहकर्मी ईर्ष्या कर रहे हैं। 🙂
- बर्फ़ का किला बनाया – बर्फ ? रेत का किला बनाया। हवा के झोंके से ढह गया।
- मेमने को गोद में उठाया - ….. वह तो ..
- बिना किसी वस्त्र के नग्न ही पानी में उतरे (तरण ताल, नदी, तालाब, समुद्र अथवा बाथ टब इत्यादि में) ही ही ही ही, इस सवाल में बाथरूम नहीं जुड़ सकता क्या।
- मैराथन रेस में दौड़ लगाई – हां, पीएमटी पांच बार दी, हर बार फेल होता रहा, मैराथन हारने का सा अनुभव रहा।
- वेनिस में गोन्डोला (एक तरह की नाव) में सवारी करी – ये इतनी जगहें ढूंढ कैसे ली गई, अभी तो मैंने अपनी यात्रा शुरू भी नहीं की है। कहां कहां जाउंगा।
- पूर्ण ग्रहण देखा – परिवार के विरोध के बावजूद देखा, हमारे यहां माना जाता है कि ग्रहण देखने से बच्चे पगला जाते हैं, अब तो सब लोग मानने भी लगे हैं कि मेरे ऊपर ग्रहण का कुछ असर है।
- सूर्योदय अथवा सूर्यास्त देखा- सालों पहले देखा था, छत पर सो रहा था, सूर्योदय देखकर सोचा कि जल्दी दिन उग आया अभी कुछ नींद और खींच सकता था। और सूर्यास्त भी देखा तो सोचा कि पूरी ताकत से काम किया लेकिन दिन छोटा रह गया।
- हाफ कोर्ट से काउंट किया बॉस्केटबॉल में – हां किया, मैं खुद अब तक सनाके में हूं कि बॉल बॉस्केट में पहुंची कैसे।
- समुद्र पर्यटन (cruise) पर गए – हां, ऊंट पर बैठकर।
- नियाग्रा फॉल्स स्वयं देखा – कम्प्यूटर पर ही देखा। ऑनलाइन। स्वयं देखा, …
- पूर्वजों की जन्मभूमि देखने गए – अब तक वहीं जमा हूं।
- किसी कबीले के रहन सहन को नज़दीक से देखा – कबीलाई संस्कृति अब भी है बस अंदाज बदल गए हैं। कबीलों का शहरीकरण कह सकते हैं। एक मुखिया और बाकी प्रजा। संयुक्त परिवार भी एक कबीला ही होता है।
- अपने आप एक नई भाषा स्वयं सीखी- हां, सितारों की भाषा सीखी, पहले तो उन्हें सुन भी पाता था, अब केवल संकेत बचे हैं। ज्ञान बढ़ेगा तो और भी मूढ़ हो जाउंगा।
- इतना धन अर्जित किया कि पूर्णतया संतुष्ट हुए – कमाने से पहले ही संतुष्ट था, अब तो असंतुष्टता बढ़ रही है।
- पिसा की झुकती मीनार (Leaning Tower) देखी – गिरती देखी, कई पीसा की मीनारें, तब सोचा, तुलसी नर का क्या बड़ा समय बड़ा बलवान।
- रॉक क्लाइम्बिंग करी – बस देखता रहा, की नहीं, ओशो याद आ गए, वे कहते थे, साक्षी भाव से देखो, काया तो कष्ट देने से साक्षी भाव अपना लेना अधिक सहज है।
- कैरीओकी (karaoke) गाया – हें, हें, हें हें, कितनी बार करना है पता नहीं,
- किसी अंजान को रेस्तरां में खाना खिलाया – हां, टीना के साथ, टीना यानि देयर इज नो अल्टरनेटिव।
- अफ़्रीका गए – लोगों को एस्प्लोरेशन के अलावा और कोई काम नहीं है क्या।
- चांदनी रात में धोरों की सैर करी – हां, और गाना भी सुना, मोरिया आछो बोल्यो रे धरती रात मां। छनन, छन चूडि़यां, छमक गई रे बालमा..
- एम्बुलेन्स में ले जाया गया – हां, अपेंडिक्स का ऑपरेशन था, उस समय सबकी जान सूखी हुई थी और मैं आराम से लेटा हुआ सबको देख रहा था। इमरजेंसी ऑपरेशन हुआ।
- अपनी तस्वीर बनवाई (फोटो नहीं) – कई दिन से एक आर्टिस्ट को कह रहा हूं, लेकिन न मुझे समय मिल रहा है न उसे।
- बरसात में चुंबन लिया/दिया – हें हें रेगिस्तान में बारिश ही कम होती है, प्रायिकता के सिद्धांत के अनुसार बरसात और चुंबन को मिलाया जाए तो संभावनाएं बहुत क्षीण हो जाती है, सो हमने तो बारिश का इंतजार नहीं किया।
- मिट्टी में खेले- और किसमें खेलते।
- ड्राईव-इन सिनेमा देखा – यह क्या होता है।
- किसी फिल्म में नज़र आए – कई बार कोशिश की, लेकिन हीरो लोग ही डर जाते हैं, मेरी ओर इशारा करके निकलवा देते हैं यूनिट से।
- चीन की बड़ी दीवार देखी – आप महंगाई और सुविधाओं के बीच की बात कर रहे हैं।
- अपना व्यवसाय आरंभ किया- हां दो महीने किया और पता चला कि गलत धंधे में हैं, सो बंद कर दिया।
- मार्शल आर्ट की क्लास में भाग लिया – खुदा कसम, जब जब ठुकाई हुई तब तब प्रण किया कि मार्शल आर्ट सीखेंगे, लेकिन यह तमन्ना आज तक तो पूरी नहीं हुई है।
- रूस गए – जो ऊपर की तरफ है। नहीं।
- लंगर/भंडारे में लोगों को खाना परोसा – हां, आनन्द आया।
- ब्वॉय स्कॉऊट पॉपकार्न अथवा गर्ल स्कॉऊट कुकीज़ बेची – इससे अधिक भी कई काम कर चुका हूं।
- समुद्र में व्हेल देखने गए – नहीं लेकिन भूत देखने के लिए गया हूं। ऐसी जगहों पर रातें बिताई है जहां लोग दिन में भी नहीं जाना चाहते।
- खामखा बिना वजह किसी ने फूल दिए – हां,
- रक्त दान किया – किया लेकिन काम नहीं आया।
- नाज़ी कॉन्सनट्रेशन कैम्प देखा – मेरे घर में था, अब बंद हो गया है। आपको भी दिखाता कुछ साल पहले।
- खुद का दिया बैंक चैक बाऊंस हुआ – मेरी शक्ल ऐसी है कि लोग चैक ही स्वीकार नहीं करते।
- बचपन के किसी मनपसंद खिलौने को बचा के रखा- नहीं, पहले ही उसका बंटवारा हो गया था। एक कैलकुलेटर है। पर वह बचपन का नहीं टीन एज का है।
- राज घाट पर गांधी समाधि देखी – हां देखी, तीन बार, घण्टों वहीं बैठा रहा। क्योंकि बाहर गर्मी ज्यादा थी और वहां सुकून मिल रहा था।
- कैवियार (मछली के अंडों का अचार) खाया – शाकाहारी होने का यही नुकसान है कि जयपुर जाकर आमलेट खाना पड़ता है।
- रजाई का कवर सिला – हां और भी बहुत कुछ ऐसा किया है। मिट्टी से बर्तन भी मांझे हैं।
- चांदनी चौक गए- हां, 🙂 हां
- घने जंगल में सैर की- जंगल ? कहां है।
- नौकरी से निकाले गए – नहीं, अब तक तो मैं खुद ही छोड़ता रहा हूं। मैं मालिक को मौका ही नहीं देता। 🙂
- हड्डी टूटी – कई बार। मांस भी फटा है और टांके भी आए हैं।
- तेज़ रफ़्तार मोटरसाइकल की सवारी करी- एक बार 120 की रफ्तार से अपनी पल्सर चला चुका हूं। अब तक की तो यह लिमिट है। अगली बार सर्विसिंग के बाद 130 पर चलाने की कोशिश करूंगा।
- अपनी किताब छपवाई – इतना लिख लेता तो कलेक्टर नहीं बन जाता। पूरे छात्र जीवन में नोट्स ही नहीं बनाए। अब ब्लॉगिंग ने लिखना सिखाया है।
- नई नवेली गाड़ी खरीदी – नहीं हमेशा उपहार में ही मिली है। पर मिली नई नवेली।
- अखबार में फोटो छपी – कई बार।
- नव वर्ष की पूर्व संध्या की मध्यरात्रि किसी अंजान का चुंबन लिया – क्यों बताउं।
- राष्ट्रपति भवन की सैर करी – हां,
- किसी जानवर का शिकार कर खाया – शाकाहारी हूं भाई।
- चिकन पॉक्स झेला- हां,
- किसी की जान बचाई – ऊपरवाला ही बचाता है। लेकिन मुझे वहम है कि कुछ लोगों की बचा चुका हूं।
- जज अथवा जूरी बन निर्णय सुनाया (किसी प्रतियोगिता में या न्यायालय में)- अब तक तो प्रतियोगी ही बना हूं।
- किसी प्रसिद्ध व्यक्ति से मुलाकात करी – कई लोगों से मिला हूं। वे सामान्य हाड मांस के पुतले लगते हैं। उन्हें देखकर भाग्य पर अधिक भरोसा होने लगता है।
- बुक क्लब की सदस्यता ली – कई जगह, अभी भी सदस्य हूं।
- किसी अज़ीज़ को खोया – हां पिंकू को खोया, मेरा कुत्ता था, मैं उससे प्यार करता हूं।
- शिशु का पिता बना – यह ऐसा अनुभव है जिसे बयां नहीं किया जा सकता।
- किसी कानूनी मुकदमे में शरीक हुए/रहे – एक मुकदमे का हिस्सा तो पिछले सत्ताईस साल से हूं
- सेल फोन के मालिक हैं/रहे – हां, कॉल कीजिएगा। 09413156400
- मधुमक्खी ने डंक मारा- हां, कई बार, लोहे की चाबी से रगड़ा तो दुरुस्त हुआ।