मेरा कोरोना अनुभव-4

sakhi talk आ सखी चुगली करें

सन् 2020 पूरे विश्व में हर तरह से याद किया जायेगा । 2020 संख्यात्मक रूप से क्रिक्रेट के 20 ओवर के मैच जैसा जल्दी व सुखद सुकून देने वाले मैचों सा लगा जिसमें ये झट् से आपको परिणाम दे देता है मगर हमारे जीवन में ये काल ऐसा टेस्ट मैच सा हो गया है जिसका रिजल्ट अधरझूल में लटका सा लग रहा अभी तो ऐसा लग रहा जैसे लाकडाऊन पीरीयड से मुक्त हो पहली पारी हमने पार कर ली है मगर कोरोना के चलते इस टेस्ट मैच में वैश्विक हार तय सी लग रही है पर जुझारू खिलाडी़ की तरह हमें हर हाल में जीतना है

लाकडाऊन के अनुभव हालांकि मेरे नहीं ज्यादा परेशानी भरे न रहे क्योंकि पतिदेव डेंगु के चलते पहले ही टूर पर नहीं जा पाये थे फिर जैसे ही प्लानिंग की और लाकडाऊन हो गया मैं आश्वस्त थी कि मेरे अपने मेरे पास है । आर्थिक परेशानियाँ भी ज्यादा न हुई इस दौरान समझदारी बस ये की मैंने कि लाकडाऊन का सुनते ही सारा घरेलू सामान पहले ही मंगवा लिया गया था ।

पहले पहल तो सबकी तरह लाकडाऊन को एक नये अनुभव सा ही महसूस किया कितनी ही क्रियेटिव ची़जे की हमने , सिलाई के काम व नये नये व्यंजनों की लम्बी लिस्ट को गवर माता के भोग के बहाने से ही पूरा कर लिया अब हलवाई वाली फिलींग आने लगी है मेरी बहन राखी का घर पास में होना बहुत सुखद रहा जिसने मुझे बहुत सम्बल दिया ।हमने अच्छा वक्त बिताया साथ में ।सबसे बडा़ झटका तो मन को लगा जब मेरे सपनों का घर नींव पड़ते ही लाकडाऊन का शिकार हो गया,कुछ दिन पतिदेव निराश भी रहे पर अब कुछ किया भी नहीं जा सकता था उनकी इच्छा हम दोनों के जन्मदिन नये घर में मनाने की थी जो जून में आता है पर हर इच्छा हमारी पूरी हो ये जरूरी भी नहीं, ईश्वर ने जरूर और कुछ अच्छा सोच रखा हो हमारे लिये शायद 🙂

हालांकि लाकडाऊन खत्म होने पर कार्य वापस प्रगति पर आ गया अब हमारा घर आकार लेने लगा है । कोरोना में पारिवारिक सम्बल दिया है हम सबको । अभी हाल ही में दो दिन बडे़ चिन्ताजनक रहे ,गर्मी के चलते पतिदेव को हल्का सा बुखार हो गया उस पर हमारी कोलोनी में कोरोना का कहर अपने उफान पर था उस दो दिनों में मेरी हालत मेरे चेहरे ने बयां कर दी । आंखों के नीचे काली झाईयाँ सी हो गई , थकावट व मन की बैचेन स्थिति को बयां शब्दों में कर पाना सम्भव नहीं हो सकता । इस दौरान मैंने घरेलू उपायों व आयुर्वेद के काढे़ का प्रयोग सीख खुद को एक नई ऊर्जा भी दी है नयी ची़जे सीखना हमेशा मुझे पसन्द है और मेरा मानना है कि आदमी हर पल सीखता ही रहता है कभी वक्त से कभी हालातों से….

पतिदेव की इम्यूनिटी बढा़ने में इन सब ची़जों का प्रयोग काफी उपयोगी रहा जिसमें हल्दी वाला दूध , अदरक व तुलसी का काढा़ व सबसे जरूरी गरम पानी की आदत से सहयोग किया ।सखियों ये वक्त तो गुजर ही जायेगा मगर हर दिन ये आस जगी रहनी जरूरी है कि आने वाला हमारा ही होगा अभी तो बस घर में रहें सुरक्षित रहें।

धन्यवाद

लेखिका – अल्पना हर्ष , बीकानेर