छोटे निवेश में अधिक लाभ

बिजनेस में हम इसे स्‍मार्ट निवेश कह सकतेे हैं लेकिन यहां मैं पैसों के निवेश के बजाय आध्‍यात्मिक निवेश की बात करना चाहूंगा। व्‍यापार से जुड़े सैकड़ों लोगों को मैंने करीब से देखा और समझने की कोशिश की। आध्‍यात्मिक स्‍तर पर बणिए (यहां बणिए से तात्‍पर्य उद्यमी से है) दो प्रकार के होते हैं।
एक तो अपने प्रतिष्‍ठान में देवी-देवता की तस्‍वीर लगाते हैं और पूजा पाठ का जिम्‍मा किसी पण्डित को सौंप देते हैं। पण्डित रोजाना सुबह आता है देवताओं की सुध लेता है और चला जाता है। देवता किनारे बैठे रहते हैं। दूसरे वे जो अपना सारा काम भगवान के निमित्‍त होकर करते हैं।
पहली प्रकार के बणियों को मैंने पैंतीस से चालीस साल तक की छोटी उम्र में साइटिका, स्‍पांडलाइटिस और नर्वस सिस्‍टम की अन्‍य बीमारियों से जूझते हुए देखा है। चिकित्‍सक के पास जाने पर इनका पुख्‍ता र्इलाज भी नहीं होता। क्‍योंकि चिकित्‍सकों को कहना है कि ये बीमारियां शारीरिक होने के बजाय तनाव से अधिक प्रभावित होती हैं।उद्यमियों को क्‍या करना चाहिए?

समस्‍या को इस दृष्टिकोण से देखने के बाद मैंने अपने जानकार उद्यमियों को आध्‍यात्मिक होने की सलाह दी तो उन्‍होंने मुझी से पूछा, क्‍यों पंडित जी अब धंधा छोड़कर पूजा-पाठ में लगना पड़ेगा। मैंने जबाव दिया, नहीं।

आध्‍यात्मिक होने का अर्थ पूजा-पाठ कतई नहीं है। शेयर बाजार में जहां यह कहा जाता है कि ईमानदार दोस्‍त खोजने की बजाय कुत्ता पाल लेना बेहतर है ऐसे में कोई तो ऐसा होना चाहिए जो कि आपकी बात को सुनकर समाधान सुझाए। यहां एक बार फिर में वैज्ञानिकों की खोज का हवाला देते हुए बताना चाहूंगा कि वैज्ञानिक कहते हैं कि हम अपनी दिनचर्या में अपने दिमाग का महज एक प्रतिशत हिस्‍सा ही काम में लेते हैं। शेष 99 प्रतिशत भाग अवचेतन मस्तिष्‍क के पास होता है।

हमारा आध्‍यात्मिक रुझान इसी 99 प्रतिशत हिस्‍से से हमारे लिए अति‍रिक्‍त ऊर्जा और समाधान चुराता है। यानि आध्‍यात्मिक होकर अपनी सहायता खुद ही कर रहे होते हैं। रहा सवाल पूजा पाठ का यह तो मात्र बाहरी उपांग हैं। वास्‍तविक रुप से तो हमें उस ईश्‍वर का ध्‍यान करना है जो हमें सही रास्‍ता दिखा सके। आप भी गौर करेंगे तो पाएंगे कि जो लोग ईश्‍वर की शरण में रहते हैं वे अपनी सामान्‍य जिन्‍दगी में तनावों को खुद से दूर रखने में सफल होते हैं।

तो सुबह या शाम के समय खुद और ईश्‍वर में किया गया समय का जरा सा निवेश हमें अच्‍छा फायदा दिला सकता है।